(चंद्रपूर घुग्घुस)प्रतिनिधी
रमेश सुध्दाला
शनिवार को घुग्घुस में भगवान दत्तात्रेय का जन्मोत्सव हर्षोल्लास से मनाया गया। समाज बंधुओं ने घरों पर ही भगवान दत्तात्रेय को सजाकर पूजा अर्चना की।
ब्रह्मा, विष्णु एवं महेश के अंश दत्तात्रेय एक ऐसे अवतार हुए हैं, जिनके एक नहीं पूरे 24 गुरु हुए। दत्तात्रेय में ईश्वर एवं गुरु दोनों रूप समाहित हैं जिस कारण इन्हें श्री गुरुदेवदत्त भी कहा जाता है।
सनातन धर्म में दत्तात्रेय पूर्णिमा या दत्ता पूर्णिमा का बहुत अधिक महत्व है। यह मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि जो इस बार 18 दिसंबर,शनिवार मनाई गई।
इस मौके पर घुग्घुस में स्थित गुलशन बार एंड रेस्टोरेंट संचालक सदानंद
कारपाका, नागराज कारपाका ने जरूरतमंदों को महाप्रसाद का वितरण किया गया।
इस दिन त्रिगुण स्वरूप यानि ब्रह्मा, विष्णु एवं शिव तीनों का सम्मलित स्वरूप दत्तात्रेय की पूजा का विधान है। दक्षिण भारत सहित पूरे देश में इनके अनेक प्रसिद्ध मंदिर भी हैं।